शाकाल को अपने जानी दुश्मन विजय और रवि की याद आई ! शाकाल को अपने जानी दुश्मन विजय और रवि की याद आई !
‘खीर वही जो, खाने से ज्यादा खिलाने में ख़ुशी दे।’ ‘खीर वही जो, खाने से ज्यादा खिलाने में ख़ुशी दे।’
खो गया वो ताज़ा, गोरा, अपने स्वाद पर इठलाता कसोरे का मक्खन। खो गया वो ताज़ा, गोरा, अपने स्वाद पर इठलाता कसोरे का मक्खन।
वह झेंप गया, पर बोला - "सर आपको अभी भी लग रहा है कि मैं परीक्षा दे पाऊंगा?" वह झेंप गया, पर बोला - "सर आपको अभी भी लग रहा है कि मैं परीक्षा दे पाऊंगा?"
क्यूंकि मावा अब मिलावटी नहीं रह गया है बल्कि सड़ गया है और सड़ा हुआ मावा जानलेवा होता है! क्यूंकि मावा अब मिलावटी नहीं रह गया है बल्कि सड़ गया है और सड़ा हुआ मावा जानलेवा ह...
जो वह युद्ध में उनकी मदद करने के योग्य थे जो वह युद्ध में उनकी मदद करने के योग्य थे